
दुर्ग पुलिस ने एक बड़े अंतर्राष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सात पुरुष और दो महिलाओं सहित कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार
दुर्ग (छत्तीसगढ़ टाइम्स 24×7)
यह गिरोह यूएसए और कनाडा के नागरिकों को मोबाइल और लैपटॉप से वायरस हटाने के नाम पर झांसा देकर हजारों डॉलर की ठगी कर रहा था।
एसएसपी विजय अग्रवाल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि गिरोह का संचालन भिलाई के जुनवानी स्थित चौहान टाउन के फ्लैट नंबर B2 से किया जा रहा था। पुलिस को इस गिरोह की गतिविधियों की गुप्त सूचना मिली, जिसके बाद एक विशेष टास्क फोर्स गठित कर B2 फ्लैट में छापा मारा गया, जहां से सभी 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
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ठगी का तरीका बेहद शातिराना
जांच में सामने आया है कि आरोपी फर्जी इंटरनेशनल मोबाइल नंबरों के माध्यम से अमेरिकी और कनाडाई नागरिकों के डिवाइस में वायरस या बग भेजते थे। फिर टेलीग्राम ग्रुप के जरिए उन्हें वायरस हटाने का झांसा देकर संपर्क करते और 80 से 200 अमेरिकी डॉलर वसूलते थे।
सभी पेमेंट ई-वॉलेट के माध्यम से प्राप्त किए जाते, जिन्हें बाद में क्रिप्टोकरंसी में बदलकर गिरोह के सरगना अर्जुन शर्मा के अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता था। अर्जुन शर्मा दुर्ग के एक होटल में रुका हुआ था, जिसे आरोपियों की निशानदेही पर गिरफ्तार कर लिया गया है।
गिरोह में कार्यरत युवाओं को अर्जुन शर्मा ₹25,000 से ₹30,000 मासिक वेतन देता था। वे सभी खुद को कस्टमर केयर प्रतिनिधि बताते थे और पीड़ितों को टेक्निकल हेल्प देने के बहाने ठगी करते थे।
बरामदगी और गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने मौके से
12 कंपनियों के लैपटॉप,
14 मोबाइल फोन व वाई-फाई राउटर,
दर्जनों बैंकों की पासबुक, एटीएम व क्रेडिट कार्ड,
और ₹3.38 लाख नकद
बरामद किए हैं।

Cheaf Editor of Chhattisgarhtimes 24×7