
सुप्रीम कोर्ट की शरण में पहुंचे भूपेश बघेल, ईडी की कार्रवाई को बताया मौलिक अधिकारों का हनन
नई दिल्ली/रायपुर(छत्तीसगढ़ टाइम्स 24×7)
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने ईडी पर मौलिक अधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कहा कि एजेंसी पीएमएलए एक्ट की धारा 44, 50 और 66 का गंभीर उल्लंघन कर रही है।
बघेल ने आरोप लगाया कि ईडी की कार्रवाई संविधान और कानून के दायरे से बाहर जाकर की जा रही है, इसलिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। 4 अगस्त को इस याचिका पर आधे घंटे तक सुनवाई हुई, जिसके बाद अदालत ने इसे डबल बेंच में भेजने का आदेश दिया। अब 6 अगस्त को इस मामले की सुनवाई डबल बेंच में होगी।
चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी पर सवाल
पूर्व सीएम ने कहा कि उनके बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी पूरी तरह से अवैध है। ईडी ने न तो कोई नोटिस दिया, न ही गिरफ्तारी से पहले अदालत से अनुमति ली। उन्होंने बताया कि तीन साल पहले चैतन्य को ईडी का नोटिस मिला था, जिसके बाद वह ईडी के दफ्तर भी गया था। लेकिन उसके बाद कोई और नोटिस नहीं दिया गया और अब अचानक गिरफ्तारी कर ली गई।
भूपेश बघेल ने सवाल उठाया कि जब ईडी एक बार किसी मामले में चालान प्रस्तुत कर चुकी है, तो आगे की जांच के लिए उसे कोर्ट से अनुमति लेनी होती है, जो इस मामले में नहीं ली गई। उन्होंने यह भी कहा कि चैतन्य की गिरफ्तारी एक अन्य आरोपी के बयान के आधार पर की गई है, जबकि वह आरोपी अब भी खुलेआम घूम रहा है और ईडी उसे गिरफ्तार नहीं कर रही है।
विजय शर्मा को बताया ‘ईडी का प्रवक्ता’
गृहमंत्री विजय शर्मा के बयान पर पलटवार करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि लगता है अब विजय शर्मा ईडी के प्रवक्ता बन गए हैं। उन्होंने पूछा कि क्या गृहमंत्री को यह जानकारी है कि ईडी कानून के मुताबिक काम कर रही है या नहीं? बिना कोर्ट की अनुमति और सिर्फ एक आरोपी के बयान के आधार पर गिरफ्तारी कैसे की जा सकती है?
‘बिना वारंट तो सुप्रीम कोर्ट क्यों?’ – विजय शर्मा
इस पूरे घटनाक्रम पर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने भी तीखा तंज कसा है। बालोद जिले के दौरे के दौरान उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल के खिलाफ कोई वारंट तक जारी नहीं हुआ है, फिर वे अग्रिम जमानत की याचिका लेकर सुप्रीम कोर्ट क्यों पहुंच गए हैं? उन्होंने सवाल किया कि पूर्व सीएम किस बात से डर गए हैं?

Cheaf Editor of Chhattisgarhtimes 24×7